Hello Post author:admin Post published:May 25, 2022 Post category:Uncategorized Post comments:0 Comments This is the answer You Might Also Like जहां तक मेरी जानकारी है इस्लाम के अनुसार इंसान का केवल एक जन्म होता है। इस्लाम में पुनर जन्म को नहीं मानते ।उदाहरण के तौर पर अगर किसी इंसान को जन्मजात बीमारी है जिसके कारण वो दुःख भोगता है अल्प आयु में मृत्यु को प्राप्त होता है तो इसमें उस व्यक्ति के साथ ज़्यादती नहीं है कि उससे एक ही जीवन मिला वो भी ऐसा ।इस्लाम में इस तरह के उदाहरण को किस तरह से समझाएँगे कृपया प्रकाश डालिये। May 26, 2022 अगर कोई मुसलिम अपना धर्म बदल लेता है तो इस्लाम के मुतबिक़् उसके साथ कैसा सुलुक़् किया जाता है May 26, 2022 क्या ये सही है कि कुरान का आदेश है कि यहूदी और ईसाइयों से मित्रता न करो ? May 26, 2022 Leave a Reply Cancel replyCommentEnter your name or username to comment Enter your email address to comment Enter your website URL (optional) Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
जहां तक मेरी जानकारी है इस्लाम के अनुसार इंसान का केवल एक जन्म होता है। इस्लाम में पुनर जन्म को नहीं मानते ।उदाहरण के तौर पर अगर किसी इंसान को जन्मजात बीमारी है जिसके कारण वो दुःख भोगता है अल्प आयु में मृत्यु को प्राप्त होता है तो इसमें उस व्यक्ति के साथ ज़्यादती नहीं है कि उससे एक ही जीवन मिला वो भी ऐसा ।इस्लाम में इस तरह के उदाहरण को किस तरह से समझाएँगे कृपया प्रकाश डालिये। May 26, 2022
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