अजान माइक में ही पढ़ी जाये ये जरूरी है क्या इस्लाम के हिसाब से ?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

सबसे पहले तो जान लीजये कि इस्लाम या मुसलमानों में गैर मुसलमानों पर इस्लाम का प्रभुत्व स्थापित करने की कोई रणनीति ना कभी थी और ना है और ना कभी…

Continue Readingअजान माइक में ही पढ़ी जाये ये जरूरी है क्या इस्लाम के हिसाब से ?

इस्लाम एक शांति प्रिय धर्म है तो फिर इतिहास के पन्नो से लेकर अब तक मुसलमानो ने ही सबसे ज्यादा मुसलमानों का खून क्यों बहाया है?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

धर्म तो सब ही शांति प्रिय होते हैं, वो कौनसा धर्म है जो शांति नहीं चाहता या शांति का सन्देश नहीं देता ? अगर कोई धर्म हिंसा और अशांति की…

Continue Readingइस्लाम एक शांति प्रिय धर्म है तो फिर इतिहास के पन्नो से लेकर अब तक मुसलमानो ने ही सबसे ज्यादा मुसलमानों का खून क्यों बहाया है?

जहां तक मेरी जानकारी है इस्लाम के अनुसार इंसान का केवल एक जन्म होता है। इस्लाम में पुनर जन्म को नहीं मानते ।उदाहरण के तौर पर अगर किसी इंसान को जन्मजात बीमारी है जिसके कारण वो दुःख भोगता है अल्प आयु में मृत्यु को प्राप्त होता है तो इसमें उस व्यक्ति के साथ ज़्यादती नहीं है कि उससे एक ही जीवन मिला वो भी ऐसा ।इस्लाम में इस तरह के उदाहरण को किस तरह से समझाएँगे कृपया प्रकाश डालिये।

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

जन्म से कुछ खराबी होना ठीक ऐसे ही बीमारियों की वजह से होता है जैसे जन्म के बाद किसी बिमारी से किसी का कोई अंग ख़राब हो जाए.सही दवा, रहन…

Continue Readingजहां तक मेरी जानकारी है इस्लाम के अनुसार इंसान का केवल एक जन्म होता है। इस्लाम में पुनर जन्म को नहीं मानते ।उदाहरण के तौर पर अगर किसी इंसान को जन्मजात बीमारी है जिसके कारण वो दुःख भोगता है अल्प आयु में मृत्यु को प्राप्त होता है तो इसमें उस व्यक्ति के साथ ज़्यादती नहीं है कि उससे एक ही जीवन मिला वो भी ऐसा ।इस्लाम में इस तरह के उदाहरण को किस तरह से समझाएँगे कृपया प्रकाश डालिये।

जो ईमान पर ना हो क्या उसको काफिर बोल सकते है?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

जी नहीं, हमें ऐसे ही किसी को भी काफ़िर कहने का हक नहीं है हम सिर्फ उसको कह सकते हैं जिसे कुरआन या अल्लाह के रसूल सल्ल० ने काफ़िर कहा…

Continue Readingजो ईमान पर ना हो क्या उसको काफिर बोल सकते है?

हलाला क्या है?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

इस्लाम ने "एक रिश्ता ए निकाह" में तीन बार तलाक़ का प्रावधान रखा है। अगर कोई मर्द ये तीनों हक़ (अलग अलग मौकों पर) इस्तेमाल कर लेता है तो फिर…

Continue Readingहलाला क्या है?

कुरान के अनुसार अल्लाह शिर्क की सजा के रूप में अनंत काल तक जहन्नुम में जलाएगा। शिर्क की कोई क्षमा नही। अब अनंत काल की सजा है तो निश्चित यह सुधार के लिए तो होगी नहीं। तो अल्लाह यह सजा क्यों देता है? A. भड़ास निकालने के लिए B. बदला लेने के लिए C. अहंकार संतुष्टि के लिए D. उपरोक्त सभी कारण हैं। यदि” दोजख ” तो क्या ये दूसरे धर्म के प्रति द्वेष पूर्ण बात नही है ?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

फिर बात ये भी है कि ईश्वर ने शिर्क की गुंजाईश (संभावना) ना तो इंसानी फितरत (प्रकृति) में रखी है।- इसका मतलब है हर कोई अपने अंतर्मन में ये गवाही…

Continue Readingकुरान के अनुसार अल्लाह शिर्क की सजा के रूप में अनंत काल तक जहन्नुम में जलाएगा। शिर्क की कोई क्षमा नही। अब अनंत काल की सजा है तो निश्चित यह सुधार के लिए तो होगी नहीं। तो अल्लाह यह सजा क्यों देता है? A. भड़ास निकालने के लिए B. बदला लेने के लिए C. अहंकार संतुष्टि के लिए D. उपरोक्त सभी कारण हैं। यदि” दोजख ” तो क्या ये दूसरे धर्म के प्रति द्वेष पूर्ण बात नही है ?

इस्लाम मैं संगीत सुनना क्या हराम है ???

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

शायरी करना या सुनना, संगीत सुनना या बजाना, डांस करना या देखना, एक्टिंग करना या देखना, ग़ज़ल गाना या सुनना, विडियो गेम खेलना या देखना या कोई और खेल खेलना…

Continue Readingइस्लाम मैं संगीत सुनना क्या हराम है ???

इन्सान का बुनयादी सवाल- हमें क्यूँ पैदा किया गया है ??

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

बारिश थी कि थमने का नाम नहीं ले रही थी . अनवर अपने टीन की छत वाले मकान में दुबका बैठा था. उसकी गोद में छह माह का बच्चा और…

Continue Readingइन्सान का बुनयादी सवाल- हमें क्यूँ पैदा किया गया है ??

अगर इस्लाम सच्चा है तो फिर मैं हिंदू क्यों ?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

असल में हम मुसलमान समझते हैं कि हम सिर्फ कर्म की आज़माइश (परीक्षा) में हैं यानि हम को शुरू से हिदायत मिली हुई है हमारा काम सिर्फ कर्म है (ईमान…

Continue Readingअगर इस्लाम सच्चा है तो फिर मैं हिंदू क्यों ?

क्या कुरान में एक आदमी की गवाही दो औरत के बराबर है ?

  • Post author:
  • Post category:Uncategorized
  • Post comments:0 Comments

जी नहीं ऐसी कोई बात नहीं है. कुरआन में औरत और मर्द की गवाही बराबर है देखये सूरेह नूर आयत 8. वो मामला जिसके बारे में ये समझा जाता है…

Continue Readingक्या कुरान में एक आदमी की गवाही दो औरत के बराबर है ?