{{{ अंगदान और इस्लाम }}} क्या इस्लाम में अंगदान करने की इजाज़त है ?

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यह सवाल काफी दिनों से कई लोगों की तरफ से पूछा गया है इस लिए ज़रूरत महसूस हुई कि इस पर तफसील (विस्तार) से लिखा जाए।इस मामले में हमारे यहाँ…

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अल-तक़िय्या का क्या मतबल है ?

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सही शब्द 'तक़िय्या' है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है 'डर' (Fear) । अरबी भाषा के व्याकरणानुसार 'अल' जोड़कर जब 'अल-तक़िय्या' कहा जाता है तो उसका मतलब होगा 'The Fear'. Noun…

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इस्लाम में Atheism और समलैंगिकता के प्रति क्या दृष्टिकोण है? (मेरी जानकारी में ये दोनों चीजे गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है)

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जी नहीं आप की जानकारी सही नहीं है.नास्तिकता पाप तो हो सकती है लेकिन अपराध नहीं है, धर्म के मामले में अल्लाह ने इंसान को पूरी छूट दी हुई है.…

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बचपन से ही सूनते सूनते बड़े हुए है कि जन्नत मे पुरुषों को क्या क्या सुविधाए ( 72 हूर ) मिलेंगी..? लेकिन स्त्री को जन्नत मे क्या मिलेगा..? इस बारे मे कभी नहीं सूना..? तो क्या स्त्री सुविधाओं का जिक्र किसी किताब मे है..? अध्याय / आयत बताए..

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सबसे पहले तो यह बुनयादी बात जान लीजये कि जन्नत दूसरी दुनियां का नाम है, जो यहाँ की दुनियां से बहुत ज़्यादा अलग होगी वहां का जीवन वहां का रहन…

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यहूदी और ईसाई ईद-उल-अजहा क्यो नहीं मनाते ? जब कि अब्राहम से ही इन तीनो धर्म का उदय हुआ है !

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कुरान मैं ज़िक्र क़ुर्बानी का वाक़िअ, तौरात (Old Testament/Hebrew Bible) मैं ज़िक्र वाक़िए से बिल्कुल भिन्न है , तौरात के अनुसार क़ुर्बानी का वाक़िअ हज़रात इस्हाक़ as के साथ पेश…

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इस्लाम मैं औरत के लिए पर्दा ज़बरदस्ती है या उनकी अपनी मर्ज़ी पर है कि वह पर्दा करे या न करे ….

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क़ुरान मैं यह कहीं नहीं लिखा कि औरतों को बुर्के या हिजाब मैं ही रहना है या किसी को अपना चेहरा किसी हाल मैं नहीं दिखाना है और ना ही…

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अगर कोई मुसलिम अपना धर्म बदल लेता है तो इस्लाम के मुतबिक़् उसके साथ कैसा सुलुक़् किया जाता है

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अल्लाह ने ये दुनियां इन्तिहान के उसूल पर बनाई है, और इम्तिहान के उसूल पर ही वो इसे चला रहा है.वही खुदा है जिसने ज़िन्दगी और मौत का ये निज़ाम…

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बच्चे पैदा करना अल्लाह की देन है ऐसा कहीं पवित्र कुरान शरीफ में लिखा है क्या इसे रोकने के लिए किसी धर्म में लिखा है …परिवार नियोजन पर इस्लाम क्या कहता है ????

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यह एक विरोधाभासी विषय है जिसपर उलमा में इक़्तिलाफ(different of Opinion) है…कुछ की नज़र में जायज़(permissible) व कुछ की नज़र में ना-जायज़(prohibited)……अक्सर इस्लाम में परिवार नियोजन के विरोध में यह…

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जो अल्लाह को ना माने वो काफिर है,,??

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नहीं हम यह नहीं कहते कि जो अल्लाह को ना माने वो काफिर है, बल्कि हम ये कहते है कि जो जानते बूझते अल्लाह को ना माने वो काफ़िर है.देखिये…

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युध्द में पकड़ी गई औरतो को माले गनीमत समझकर लौंडी (आज के समय मे रखैल) बनाना और जी भर जाए तो बेच देना, कितना उचीत है ? अगर उनको सहारा ही देना था तो उसको बहन भी बनाया जा सकता था ।

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दास प्रथा एक पुरानी प्रथा थी जो भारत सहित तमाम दुनिया में फैली हुई थी. यह शुरू तो कभी जंगी कैदियों से हुई थी क्यों कि पहले जेल नहीं होती…

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